Borosil Renewables के शेयर में अचानक क्यों आई तेज़ी? जानिए एंटी-डंपिंग शुल्क का बोरोसिल रिन्यूएबल्स कंपनी पर पड़ने वाला प्रभाव और क्या यह निवेशकों के लिए अच्छा संकेत है।
Borosil Renewables share News: जहां एक और भारत पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन सिन्दूर के चलते चल रहे अघोषित युद्ध के कारण भारतीय शेयर बाजार धराशाही हुआ। जहां एक और भारत पाकिस्तान तनाव के चलते कई कंपनियों के शेयरों में 5% से 7% तक की गिरावट देखी गई, वही दूसरी ओर इसी बीच Borosil Renewables Shares में 10% का अप्पर सर्किट लगा। आज शुक्रवार 9 मार्च को कारोबार के दौरान स्टॉक में तेजी इतनी जबरदस्त थी कि, स्टॉक खुलते ही उसमें 10% का उछाल आया और इसी उछाल के साथ बोरोसिल रिन्यूएबल्स शेयर 532.20 रुपये पर पहुंच गया और अंत में इसी कीमत पर बंद हुआ।
Borosil Renewables पर 4,000 शेयरों के ऑर्डर लंबित थे
एक्सचेंज के आंकड़ों से पता चलता है कि, Borosil Renewables stock में आज काउंटर पर औसत ट्रेडिंग वॉल्यूम आठ गुना से ज़्यादा बढ़ गई थी। जिसके चलते NSE और BSE पर कुल मिलाकर 1.55 मिलियन इक्विटी शेयरों का लेन-देन हुआ। इतना ही नहीं खरीदारों में स्टॉक खरीदने की मची होड के चलते, एक्सचेंज पर करीब 4,000 शेयरों के लिए Buy Order pending दिखा रहे थे।
एक और जहां कमजोर बाजार संकेतों के चलते निवेशक अपने पैसे बाजार से निकाल रहे थे। तो वही दूसरी ओर Borosil Renewables Share में निवेशकों के बीच में शेयर खरीदने की होड मची थी। बता दें कि, बीएसई सेंसेक्स दोपहर 02:57 बजे 1.1 प्रतिशत गिरकर 79,441 पर कारोबार कर था और बाज़ार में जहाँ ज़्यादातर शेयरों में गिरावट थी, वहीं बोरोसिल रिन्यूएबल्स का यह प्रदर्शन हैरान करने वाला रहा।
बोरोसिल रिन्यूएबल्स के शेयरों में क्यों आई तेजी?
बोरोसिल रिन्यूएबल्स में कल यानी 08 मई, 2025 को ही इस अपने एक्सचेंज फाइलिंग के जरिए यह जानकारी साझा की थी। जिसमें उन्होंने जानकारी देते हुए कहा था कि,
“वित्त मंत्रालय ने सोलर ग्लास पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी को लेकर एक ज़रूरी फैसला लिया है। सरकार ने चीन और वियतनाम से आयात होने वाले सोलर ग्लास पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगा दी है। यह नियम 4 दिसंबर, 2024 से लागू हो गया है और अगले पाँच साल तक जारी रहेगा।”
कंपनी ने अपने एक्सचेंज फाइलिंग में यह भी बताया था कि,
“पहले, 12 फरवरी, 2025 को ही सरकार के एक विभाग (डीजीटीआर) ने यह सुझाव दिया था कि, चीन और वियतनाम से आने वाले सोलर ग्लास पर यह शुल्क लगाया जाना चाहिए। डीजीटीआर के इस सुझाव को अब वित्त मंत्रालय ने मान लिया है और इसका आधिकारिक आदेश भी जारी कर दिया है।”
सरकार द्वारा सोलर ग्लास पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी अगले 5 साल तक लगाने के फैसले का स्वागत करते हुए Borosil Renewables ने कहा था कि,
“बोरोसिल रिन्यूएबल्स कंपनी एंटी-डंपिंग ड्यूटी लगाने के सरकार के इस फैसले का स्वागत करती है।”
इसके अलावा, आगे कंपनी ने कहा कि,
उसका दृढ़ विश्वास है कि,निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को बहाल करने और घरेलू निर्माताओं के लिए समान अवसर बनाने के साथ-साथ, इससे सोलर ग्लास के घरेलू विनिर्माण में तेज़ और महत्वपूर्ण वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा, जिससे भारत के सोलर ग्लास उद्योग में तेज़ी से वृद्धि होगी।”
Borosil Renewables को इसका कैसे फायदा होगा
बता दें कि, पूरी दुनिया में आने वाले समय में बिजली की काफी बढ़ने वाली है। और इस मांग को पूरा करने के लिए सबसे पसंदीदा ग्रीन एनर्जी स्त्रोत Solar Energy बना हुआ है। बाजार में आने वाले समय में बिजली पर चलने वाले उपकरणों की भरमार होने वाली है। बिजली से चलने वाले वाहन पहले से ही मांग में वृद्धि का क्षेत्र बनते जा रहे हैं और सौर ऊर्जा इसका एक बहुत बड़ा मजबूत स्रोत है, जो इस आवश्यकता को पूरा कर सकता है।
सरकार भी सौर ऊर्जा को नैशनल लेवल पर बढ़ावा दे रही है, जैसे कि “पीएम सूर्य घर योजना”। इससे सोलर ग्लास की मांग और भी बढ़ेगी। बता दे कि, नई बिजली स्थापनाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा अक्षय ऊर्जा के माध्यम से आता है और अक्षय ऊर्जा के साथ-साथ समग्र ऊर्जा बास्केट में सौर ऊर्जा का हिस्सा भी तेजी से बढ़ रहा है।
बता दें कि, इससे पहले भी Borosil Renewables ने अपनी पिछली साल की रिपोर्ट में कहा था कि, बड़ी-बड़ी अर्थव्यवस्थाएं जैसे अमेरिका, यूरोप धीरे धीरे अपने यहां पर घरेलू स्तर पर निर्मित उत्पादों बढ़ावा दे रही। और वैसे ही भारत भी अब धीरे-धीरे अपने देशों में बने उत्पादों को ज्यादा महत्व दे रहा हैं। अमेरिका, यूरोप जैसे देश अपने यहां के कारखानों को बढ़ावा देने के लिए मदद और योजनाएं चला रहे हैं।
अब भारत में भी सरकार ने सौर सेल और सौर मॉड्यूल बनाने वाली कंपनियों को कई तरह से मदद की है, जैसे कि टैक्स में छूट देना और अच्छी क्वालिटी के सामान बनाने वाली कंपनियों को इनाम देना और ऑर्डर देना। कंपनी का कहना है कि, भारत के इस कदम से भारत में सौर ऊर्जा से जुड़े सामान बनाने की क्षमता बहुत बढ़ गई है।
कंपनी को उम्मीद है कि भारत न सिर्फ इस ज़रूरी क्षेत्र में खुद आत्मनिर्भर बन जाएगा, बल्कि आने वाले समय में इन चीजों का इतना ज़्यादा सामान बनाएगा कि, भारत दूसरे देशों को भी बेच सकेगा।
बोरोसिल रिन्यूएबल्स कंपनी क्या करती है?
बता दें कि, Borosil Renewables Ltd मुख्य रूप से लो आयरन टेक्सचर्ड सोलर ग्लास बनाती है। इन ग्लास का इस्तमाल सौर पैनलों (solar panels) को बनाने में होता है।
आज Borosil Renewables Ltd कंपनी के शेयरों में जो 10% की भारी खरीदारी देखने को मिली, जिससे Borosil Renewables share price में अप्पर सर्किट लगा, वह सरकार के सोलर ग्लास पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी अगले 5 साल तक लागू रखने के फैसले का नतीजा है। निवेशकों को उम्मीद है कि, आने वाले दिनों में कंपनी इसका फायदा उठा कर और भी अच्छा प्रदर्शन करेगी।
Green Energy Sector में निवेश करने वालों के लिए अप्रैल 2025 कैसा रहा?
स्रोत: Why did Borosil Renewables hit 10% upper circuit on Friday? Find out here