इस ग्रीन एनर्जी शेयर को बेचने की लगी होड़! SEBI और MCA की जांच ने बढ़ाई मुश्किलें

Green Energy Share Crash: एक समय पर ग्रीन एनर्जी सेक्टर की उभरता सितारा हुआ करने वाली प्रमुख Gensol Engineering कंपनी, SEBI और MCA की जांच से गंभीर संकट में घिरी हुई है। इस कंपनी पर बड़े पैमाने पर वित्तीय गड़बड़ियों और कॉरपोरेट गवर्नेंस में भारी खामियों का आरोप लगा है। हम बात कर रहे हैं जेनसोल इंजीनियरिंग (Gensol Engineering) की।

इस कंपनी पर पैमाने पर वित्तीय गड़बड़ियों और कॉरपोरेट गवर्नेंस में भारी खामियों का आरोप लगे हुए हैं और इसी के चलते यह न सिर्फ SEBI के जांच के रडार पर है बल्की कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) के भी जांच के रडार पर है। और इसी के चलते अब निवेशकों में घबराहट साफ दिख रही है और जेनसोल इंजीनियरिंग का शेयर लगातार गिरावट के साथ बिकवाली के दबाव में है। आज भी शेयर 2% से ज्यादा दबाव झेल रहा है।

शुक्रवार के दिन जेंसोल इंजीनियरिंग (Gensol Engineering) कंपनी को लेकर सेबी (SEBI) के चेयरमैन तुहिन कांत पांडे और कॉरपोरेट अफेयर्स सचिव दीप्ति गौर मुखर्जी दिल्ली में एक बैठक की। इस बैठक में जेंसोल इंजीनियरिंग की जांच और अन्य रेगुलेटरी मुद्दों पर चर्चा हुई। इकोनोमिक टाइम के रिपोर्ट के मुताबिक, SEBI और MCA मंत्रालय इस मामले में सख्त कार्रवाई की तैयारी में हैं।

पिछले महीने में भी सेबी ने कंपनी के प्रमोटर अनमोल और पुनीत जग्गी को सिक्योरिटीज मार्केट से प्रतिबंधित कर दिया था और उनके खिलाफ सेबी ने एक फॉरेंसिक ऑडिट का आदेश भी दिया था। सेबी ने अपने शुरुआती जांच में पाया था कि, इन दोनों भाइयों ने कंपनी के फंड का दुरुपयोग किया और कॉरपोरेट गवर्नेंस का पालन भी नहीं किया।

सेबी के इस कार्रवाई के बाद Gensol Engineering के शेयर में भारी गिरावट देखने को मिली थी। एक समय था जब सब कुछ ठीक था, तब Gensol Engineering share ₹1,126 के ऑल टाइम हाइ पर पहुंचे थे और कंपनी का मार्केट कैप भी ₹4,300 करोड़ तक पहुंचा था। लेकिन इस जांच के बाद शेयर तेजी से गिरे और अब केवल ₹65.50 पर और आज और 2% गिरकर 64.24 रुपए आ गए और इसका मार्केट कैप भी ₹4,300 करोड़ रुपए से घटकर ₹250 करोड़ के करीब पहुंच गया है।

सेबी जांच के अलावा, National Financial Reporting Authority (NFRA) और ICAI ने भी Gensol Engineering की FY24 की बैलेंस शीट और ऑडिट रिपोर्ट की जांच शुरू कर दी है। SEBI को जून 2024 में जेनसोल इंजीनियरिंग के खिलाफ शेयर प्राइस मैनिपुलेशन और फंड डाइवर्जन की शिकायत मिली थी, जिसके बाद यह कार्रवाई शुरू हुई।

MCA मंत्रालय ने जेनसोल इंजीनियरिंग कंपनी और उससे जुड़ी 18 कंपनियों — जिनमें EV कैब सेवा देने वाली BluSmart Mobility भी शामिल है — के खिलाफ एक अलग जांच शुरू कर दी है। यह जांच आगामी 3 से 5 महीनों में पूरी होने की उम्मीद है।

और एक जानकारी यह भी सामने आई है कि, कंपनी के प्रमोटर अनमोल और पुनीत जग्गी ने IREDA और PFC जैसे सरकारी वित्त पोषक संस्थानों से लिए गए टर्म लोन लेकर अच्छे काम के लिए लिया था लेकिन इसका भी इन्होंने गलत तरीके से उपयोग किया।

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अब जब सेबी, MCA, NFRA और ICAI सभी एजेंसियां कंपनी के खातों और ऑडिट रिपोर्ट की समीक्षा कर रही हैं, तो निवेशकों का भरोसा डगमगा गया है। बाजार में इस शेयर को बेचने की होड़ सी मच गई है। और शेयर आज भी 2.01% गिर कर 64.24 रूपए तक पहुंच गए है।

निवेशकों के लिए सलाह: अब सबसे महत्वपूर्ण बात यदि कोई निवेशक या ट्रेडर जेनसोल इंजीनियरिंग में ट्रेड करना चाहता है या फिर अपना निवेश होल्ड करना चाहता है तो, यह अत्यंत जोखिम भरा हो सकता है।

सोर्स: इकोनोमिक टाइम

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