आज गुरुवार, 17 जुलाई को JSW Energy share में 1.25% से अधिक की गिरावट बाजार खुलते ही देखने को मिली। जिससे शेयर कल के बंद भाव 531.75 रु से फिसल कर 521 रु के डे लो पर पहुंचा। जिससे निवेशकों को 1161 करोड़ रुपए का भारी नुकसान बाजार खुलते ही 15 मिनट में उठाना पड़ा।
आज गुरुवार, 17 जुलाई को JSW Energy share में 1.25% से अधिक की गिरावट बाजार खुलते ही देखने को मिली। जिससे शेयर कल के बंद भाव 531.75 रु से फिसल कर 521 रु के डे लो पर पहुंचा। जिससे निवेशकों को 1161 करोड़ रुपए का भारी नुकसान महज बाजार खुलते ही 15 मिनट में उठाना पड़ा। इस भारी नुकसान के चलते जेएसडब्ल्यू एनर्जी का मार्केट कैप 92,940 करोड़ रुपए से गिरकर 91,800 करोड़ तक पहुंचा।
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इस खबर से आई जेएसडब्ल्यू एनर्जी शेयर में गिरावट
जेएसडब्ल्यू एनर्जी शेयर में आज गुरुवार, 17 जुलाई को जो गिरावट आईं है उसके पीछे की वजह सुप्रीम कोर्ट का एक फैसला है। जो कंपनी के पक्ष में नहीं बल्की सरकार के पक्ष में आया।
दरअसल, ETV Bharat के खबर के मुताबिक, वर्ष 1999 में कड़छम-वांगतू जलविद्युत परियोजना के रॉयल्टी वितरण को लेकर जेएसडब्ल्यू एनर्जी और हिमाचल प्रदेश सरकार के बीच एक करार हुआ था। इस समझौते के तहत यह तय किया गया था कि, कंपनी सरकार को परियोजना के पहले 12 वर्षों तक 12 फीसदी रॉयल्टी देगी और उसके बाद शेष 28 वर्षों तक कंपनी हिमाचल सरकार को 18 फीसदी रॉयल्टी देगी। कंपनी के द्वारा रॉयल्टी देने से मना करने के बाद ये मामला हाय कोर्ट पहुंचा और हाय कोर्ट ने कंपनी के पक्ष में फैसला सुनाया।
जिसके बाद हिमाचल प्रदेश की सरकार ने हाय कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। जहां पर सुप्रीम कोर्ट ने हाय कोर्ट के फैसले को पलटते हुए फैसला प्रदेश सरकार के पक्ष में सुना डाला। खबर के मुताबिक, इस मामले में राज्य सरकार की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल, जिन्हें हम सब जानते हैं। ये और इनके अलावा पराग त्रिपाठी, महाधिवक्ता अनूप कुमार रतन और अतिरिक्त महाधिवक्ता वैभव श्रीवास्तव सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए। प्रवक्ता ने बताया कि, प्रदेश सरकार लगातार राज्य हितों की प्रभावी पैरवी कर रही है और यह फैसला उसी दिशा में एक मजबूत कदम है, जिससे हिमाचल अपने हकों की पुनः प्राप्ति में सफल हो रहा है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जेएसडब्ल्यू एनर्जी को देनी होगी 18 फीसदी रॉयल्टी
सुप्रीम कोर्ट का फैसला राज्य सरकार के पक्ष में आने के बाद अब इस फैसले के तहत जेएसडब्ल्यू एनर्जी कंपनी को 1045 मेगावाट क्षमता वाली इस परियोजना से राज्य को 12 फीसदी के बजाय 18 फीसदी रॉयल्टी देनी होगी।
अब कड़छम-वांगतू जलविद्युत परियोजना के रॉयल्टी से राज्य सरकार को सालाना करीब 150 रुपए करोड़ की अतिरिक्त आय होगी। यानी हिमाचल प्रदेश की सरकार को हर साल 250 करोड़ से अधिक की आय प्राप्त होगी। कहा जा रहा है कि, इस फैसले से न केवल हिमाचल प्रदेश की आय में वृद्धि होगी, बल्कि हिमाचल की जनता को उनके संसाधनों का वास्तविक लाभ भी मिलेगा।
JSW Energy share price today
आज गुरुवार, 17 जुलाई को JSW Energy share price 09:30 AM बजे 1.25% से अधिक की गिरावट के साथ 521.55 रुपए के डे लो पर पहुंचा था जहां से शेयर में अब रिकवरी आई और अब JSW Energy share price 11:10 AM बजे 0.90% की गिरावट के साथ 526.90 रुपए के भाव पर ट्रेड कर रही है। JSW Energy share का 52 हफ्ते का लो 419 रुपए और 52 हफ्ते का हाई 805 रुपए है। आज गुरुवार, 17 जुलाई को JSW Energy share price अपने 52 हफ्ते के हाई से 35% नीचे कारोबार कर रहा है। वहीं 52 हफ्ते के लो से JSW Energy share price today 25% उपर ट्रेड कर रहा रही है। शेयर का पिछला बंद भाव 531.75 रुपए था।
डिस्क्लेमर: यह लेख GreenEnergyShare.in पर निवेशकों को जानकारी देने के लिए है। JSW Energy share में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें। शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है।