आईनॉक्स विंड एनर्जी का आईनॉक्स विंड में मर्जर के बाद कंपनी का 2050 करोड़ का कर्ज साफ, देखिये शेयर प्राइस पर असर

आईनॉक्स विंड एनर्जी और आईनॉक्स विंड का मर्जर अब फाइनल। 2050 करोड़ का कर्ज हुआ साफ, जानें मर्जर के बाद शेयर प्राइस में क्या आया बदलाव।


एनसीएलटी की तरफ से आखिर कार आइनॉक्स विंड एनर्जी लिमिटेड और आइनॉक्स विंड लिमिटेड के मर्जर पर शिक्का मोर्तब हो गया है। कई दिनों के अटकलों के बाद इसे मंजूरी दे दी गई है। अब इस आइनॉक्स विंड एनर्जी लिमिटेड और आइनॉक्स विंड लिमिटेड के मर्जर बाद निवेशक उम्मीद कर रहे हैं कि, अब Inox Wind को अब नई रफ्तार मिलेगी। जिसके चलते सभी की नजरें अब Inox Wind Share पर टिक गईं हैं।

ऐसा माना जा रहा है कि, आइनॉक्स विंड एनर्जी और आइनॉक्स विंड के मर्जर न सिर्फ ग्रुप स्ट्रक्चर बेहतर होगा, बल्कि Inox Wind की बैलेंस शीट भी मज़बूत होने की पूरी संभावना है। क्योंकि आइनॉक्स विंड एनर्जी लिमिटेड का विलय आइनॉक्स विंड में होने के बाद कंपनी की देनदारियों में ₹2050 करोड़ की कटौती की जाएगी। जिससे इनॉक्स विंड शेयर में आने वाले दिनों में ज़बरदस्त उछाल आ सकता है।

आइनॉक्स विंड एनर्जी और आइनॉक्स विंड के मर्जर की ताकत

आइनॉक्स विंड एनर्जी और आइनॉक्स विंड का मर्जर सिर्फ एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि Inox Wind की ऑपरेटिंग क्षमता को बेहतर बनाने का मास्टरस्ट्रोक है। एनसीएलटी की चंडीगढ़ पीठ से मिली मंज़ूरी के बाद अब आइनॉक्स विंड एनर्जी लिमिटेड सीधे इनॉक्स विंड लिमिटेड में शामिल हो जाएगी, जिससे ग्रुप का पूरा स्ट्रक्चर सिंपल हो जाएगा।

बुधवार 11 जून को कंपनी की ओर से एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के अनुसार, रिकॉर्ड डेट के आधार पर आइनॉक्स विंड एनर्जी लिमिटेड के 10 शेयर के बदले Inox Wind के 632 शेयर निवेशकों को मिलेंगे। अब ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि बाजार अगले 1–1.5 महीने में इस मर्जर पर कैसे प्रतिक्रिया देता है।

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शेयर प्राइस में क्यों दिखेगा असर?

इतिहास गवाह है कि, पहले भी ऐसे मर्जर हुए हैं और जब जब ऐसे बड़े मर्जर हुए हैं, तब तब स्टॉक्स ने दमदार रिटर्न निवेशकों को दिए हैं। अब ऐसी ही स्थिति यहां आइनॉक्स विंड एनर्जी लिमिटेड और इनॉक्स विंड लिमिटेड के मर्जर को लेकर भी हो सकती है। पुराने मर्जर को आधार बनाकर बड़ी संख्या में निवेशक Inox Wind share की तरफ रुख कर सकते है। आइनॉक्स विंड एनर्जी और आइनॉक्स विंड के मर्जर से कंपनी की कमाई बढ़ेगी, खर्च घटेगा और प्रमोटरों की हिस्सेदारी सीधे बढ़ेगी।

Inox Wind के एक्सपर्ट्स का मानना है कि दोनों इकाइयों का यह पूरा मर्जर स्ट्रक्चर कंपनी के EPC (Engineering, Procurement and Construction) बिजनेस को बढ़ावा देगा। आइनॉक्स विंड लिमिटेड का मर्जर ऐसे समय पर आया है जब भारत में विंड एनर्जी सेक्टर तेजी पकड़ रहा है।

निवेशकों के लिए क्या है अलर्ट?

अगर आप भी Inox Wind में निवेश करने की सोच रहे हैं तो यह समय और यह मर्जर आपके लिए अहम हो सकता है। आइनॉक्स विंड एनर्जी लिमिटेड और आइनॉक्स विंड लिमिटेड का मर्जर कंपनी के फाइनेंशियल रेशो, बॉटमलाइन और ग्रोथ पोटेंशियल को नई दिशा देगा, ऐसी उम्मीद है।

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अंत में,

आइनॉक्स विंड एनर्जी लिमिटेड और आइनॉक्स विंड लिमिटेड के मर्जर से इनॉक्स विंड शेयर अब नई रफ्तार कभी भी पकड़ सकते हैं। क्योंकि आइनॉक्स विंड एनर्जी लिमिटेड के विलय से कंपनी के कर्ज में भारी कमी, संरचना में सुधार और मुनाफे में बढ़ोतरी की उम्मीद है।

ऐसे में आइनॉक्स विंड लिमिटेड का मर्जर सिर्फ एक बिजनेस डील नहीं, बल्कि निवेशकों के लिए नई उम्मीद है।

डिस्क्लेमर: यह लेख GreenEnergyShare.in पर निवेशकों को जानकारी देने के लिए है। Inox Wind Share में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें। शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है।

सोर्स: इकोनोमिक टाइम्स,

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