Adani Green Energy Share फिर बना Mutual Funds का फेवरेट, सिर्फ एक महीने में खरीद डाले 51.49 लाख शेयर

मई 2025 में Mutual Funds ने Adani Green Energy के 51.49 लाख शेयर खरीदे। जानिए निवेश में आई तेजी के पीछे की वजह और आगे की संभावनाएं।


पिछले महीने हमने एक खबर प्रकाशित की थी कि, Adani Green Energy से किनारा कर रहे हैं म्यूचुअल फंड्स! अप्रैल में बेच दिए 0.48 लाख से अधिक शेयर! लेकिन अब खबर निकल कर आई है कि, एक बार फिर म्‍यूचुअल फंड ने अडानी के सभी शेयरों की ओर रुख किया है और दोनों हाथों से अदानी के शेयरों में पैसा लगा रहे हैं। जिसमें से प्रमुख अदानी ग्रुप ग्रीन एनर्जी इकाई – adani green energy भी हैं। जिस पर अब एक बार फिर भरोसा करते हुए म्यूचुअल फंड्स ने मई 2025 में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई और लाखों शेयरों की खरीद की।

म्यूचुअल फंड्स ने दिखाई Adani Green Energy पर आस्था और खरीद डाले 51.49 लाख शेयर

जैसा कि, पिछले न्यूज में हमने आपको बताया था कि,  म्यूचुअल फंड्स ने अप्रैल में अदानी ग्रीन एनर्जी के 0.48 लाख से अधिक शेयर बेच दिए थे। जिसके चलते अप्रैल 2025 में म्यूचुअल फंड्स के पास Adani Green Energy के सिर्फ 2,147 शेयर बचे थे।  लेकिन एक बार फिर अदानी ग्रीन स्टॉक पर भरोसा करते हुए म्यूचुअल फंड्स ने मई 2025 अदानी ग्रीन एनर्जी के करीब 51.49 लाख शेयर खरीदे, जिसके चलते अब म्यूचुअल फंड्स के पास अदानी ग्रीन एनर्जी के कुल शेयर का आंकड़ा बढ़कर 51,50,421 शेयर तक पहुंच गया। यानी हिस्सेदारी में 0.01% से 0.31% तक की जबरदस्त छलांग देखी गई। यानी अप्रैल के मुकाबले मई में म्यूचुअल फंड्स की हिस्सेदारी 3000% बढ़ी है।

अदानी ग्रीन एनर्जी शेयर में इतने शेयर खरीदना बताता है कि, आने वाले समय में अदानी ग्रीन शेयर में जोरदार तेजी की संभावना है। हिस्सेदारी में ये उछाल यह भी दर्शाता है कि, म्यूचुअल फंड हाउस इस कंपनी के फ्यूचर पोटेंशियल को लेकर अब और अधिक आश्वस्त हैं।

अदानी ग्रीन एनर्जी शेयर पर म्यूचुअल फंड हाउस का क्यों बढ़ा भरोसा?

Adani Green Energy भारत की प्रमुख रिन्यूएबल एनर्जी कंपनियों में शामिल है। साथ ही देश की सबसे बड़ी ग्रीन एनर्जी कंपनी भी हैं। हाल ही में इसे इंडिया रेटिंग्स ने भी ‘IND AA-’ रेटिंग दी। साथ ही अदानी ग्रीन एनर्जी के तिमाही नतीजे और सालाना नतीजे भी काफी शानदार रहे। इसके अलावा कई दिग्गज ब्रोकरेज हाउस ने भी इसे खरीदें रेटिंग दी है। इसके अलावा, अदानी ग्रीन एनर्जी पर म्यूचुअल फंड हाउस का भरोसा बढ़ने का एक और कारण इसकी एबिटा मार्जिन है जो बाकी ग्रीन एनर्जी कंपनियों की तुलना काफी बढ़ा है। और ये देश की एकमात्र ऐसी कंपनी बनी है जिसका एबिटा 1 लाख करोड़ के पार पहुंच गया है।

कंपनी की बड़ी प्रोजेक्ट पाइपलाइन, ग्रीन एनर्जी पर बढ़ता सरकारी फोकस और ESG फंड्स में बढ़ती मांग, अदानी ग्रीन कंपनी को दीर्घकालिक निवेश के लिए आकर्षक बनाते हैं।

ऐसे में म्यूचुअल फंड्स द्वारा इस लेवल की हिस्सेदारी में इजाफा करना, निवेशकों को भी एक मजबूत संकेत देता है कि यह स्टॉक अब फिर से संस्थागत निवेशकों की लिस्ट में जगह बना रहा है।

अन्य अडानी कंपनियों में भी दिखा म्यूचुअल फंड्स का निवेश

ऐसा नहीं है कि, म्यूचुअल फंड्स का निवेश सिर्फ अदानी ग्रीन एनर्जी शेयर में बढ़ा हो बल्कि अदानी ग्रुप की अन्य कम्पनियों में भी म्यूचुअल फंड्स ने जमकर अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है।

  • अंबुजा सीमेंट्स में म्यूचुअल फंड्स ने ₹9,472 करोड़ तक की हिस्सेदारी बढ़ाई।
  • Adani Ports में फंड्स की हिस्सेदारी 2.17% से बढ़कर 2.57% हो गई।
  • Adani Enterprises में 19 लाख से ज्यादा नए शेयर खरीदे गए।
  • Adani Power और Adani Energy Solutions में भी हिस्सेदारी में इजाफा हुआ।

हालांकि, ACC Limited में हिस्सेदारी घटाकर 10.96% कर दी गई।

Adani Green Energy Share Performance

वर्तमान में पिछले कुछ महीनों से अदानी ग्रीन एनर्जी शेयर प्राइस दबाव में है। शुक्रवार 13 जून को शेयर जो गिरावट आई थी वह भी ईरान इजराइल कॉन्फ्लिक्ट के चलते आई है। ऐसे में Adani Green energy share price performance नजर डाले तो स्टॉक लंबी अवधि में शानदार प्रदर्शन करने में कामयाब रहा है। पिछले महीने मई में ना के बराबर यानि 3.28% का रिटर्न दिया, वही इस महीने में अब तक 13 जून 2025, शुक्रवार तक शेयर में -4.92% गिरावट दर्ज हुई वही Green energy share price का एक साल रिटर्न -44.95% निगेटिव रहा और तीन साल का -45% का निगेटिव रिटर्न रहा। वही बात करें पिछले पांच साल की तो, पिछले Green energy share price ने 5 साल में +194.14% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है।

आंकड़ों से पता चलता है कि, अदानी ग्रीन एनर्जी शेयर प्राइस ने पिछले एक साल में भले ही निगेटिव रिटर्न दिया हो, लेकिन 5 साल के आंकड़े देखने पर पता चलता है कि, स्टॉक ने पांच साल में 194% का लंबा रिटर्न दिया है, जो इसकी दीर्घकालिक ताकत को दर्शाता है।

क्या अदानी ग्रीन एनर्जी निवेशकों को खरीदना चाहिए?

म्यूचुअल फंड्स की अदानी ग्रीन एनर्जी शेयर में बढ़ती हिस्सेदारी दर्शाती है कि, अदानी ग्रीन शेयर में लंबी अवधि के लिए संस्थागत निवेशक अब इस शेयर में फिर से रुचि दिखा रहे हैं। ऐसे में यदि आप भी लंबी अवधि के लिए इसमें निवेश करना चाहते हैं तो, अदानी ग्रीन एनर्जी शेयर पर भरोसा कर सकते हैं।

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डिस्क्लेमर: यह लेख GreenEnergyShare.in पर निवेशकों को जानकारी देने के लिए है। Adani Green Energy Share में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें। शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है।

सोर्स: news18,

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