भारत में बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) तेजी से बढ़ता सेक्टर बन गया है। जिसमें ACME Solar और Oriana Power महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। जाने दोनों में BESS मार्केट में कौन है आगे
ACME Solar VS Oriana Power: अतिरिक्त ऊर्जा को स्टोर करने के लिए दुनियां भर के देश बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) पर तेजी से काम कर रहे हैं। और भारत में भी इसपर छोटी कंपनियों से लेकर बड़ी कंपनियों तक सभी काम कर रहे हैं। जिससे भारत में बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) सेक्टर तेजी से उभर रहा है। अदानी ग्रीन एनर्जी जैसी बड़ी कंपनियां पहले ही इस पर बड़ी मात्रा में काम कर रही है वही छोटी कंपनियां जैसे कि, ACME Solar और Oriana Power भी इस सेक्टर में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। ये दोनों कंपनियां न केवल BESS प्रोजेक्ट्स में एक्टिव हैं, बल्कि निवेशकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं।
क्योंकि भविष्य में इसकी डिमांड काफी बढ़ने वाली हैं। ऐसे में आइए जानते हैं ACME Solar vs Oriana Power की तुलना में कौन कंपनी फिलहाल BESS मार्केट में मजबूत स्थिति में है।
ACME Solar का प्रदर्शन
ACME Solar Holdings Ltd के प्रदर्शन की बात करें तो अभी ACME Solar Holdings के शेयर 25 जुलाई को 2.94% की गिरावट के साथ ₹271.81 पर बंद हुए। वहीं इस गिरावट के बाद आज कंपनी का मार्केट कैपिटल 17,312 करोड़ रुपये हुआ है और वहीं एक्मे सोलर होल्डिंग्स का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर ₹304 है और न्यूनतम ₹168 रहा है। इसके शेयर ने पिछले 1 साल में करीब 16% का रिटर्न दिया है।
- P/E रेशियो: 66.8
- बुक वैल्यू: ₹74.5
- ROCE: 8.40%
- ROE: 7.50%
- डिविडेंड यील्ड: 0.07%
बता दें कि, एक्मे सोलर होल्डिंग्स कंपनी BESS मार्केट में तेजी से अपने कदम बढ़ा रही है और साथ ही इसके शेयरों ने निवेशकों को स्थिर रिटर्न भी दिया है।
Oriana Power का प्रदर्शन
अब बात करते हैं Oriana Power Ltd की। ओरियाना पावर के शेयरों ने भी उसी दिन 2.94% की गिरावट दर्ज करते हुए ₹2,224.60 पर क्लोजिंग दी। इसका 52 हफ्ते का हाई ₹2,797 और लो ₹1,000 रहा है। वहीं कंपनी का मार्केट कैप इस गिरावट के बाद 4,7711 करोड़ रुपये रहा। एक साल के रिटर्न की बात करें तो इसके शेयरों ने पिछले एक साल में मामूली यानी -4% का निगेटिव रिटर्न दिया।
- P/E रेशियो: 29.5
- बुक वैल्यू: ₹251
- ROCE: 42.3%
- ROE: 48.3%
- डिविडेंड यील्ड: 0%
हालांकि Oriana Power के शेयरों में गिरावट रही है, लेकिन कंपनी का ROCE और ROE अलग कहानी बया करते हैं।
Oriana Power को तमिलनाडु में मिला BESS प्रोजेक्ट
हाल के प्रोजेक्ट की बात करें तो इसमें ओरियाना पावर लिमिटेड ने बाजी मारी है। हाल ही मे तमिलनाडु के करैकुडी में 50 मेगावाट के बैटरी स्टोरेज प्रोजेक्ट का काम ओरियाना पावर लिमिटेड को मिला है। इस प्रोजेक्ट के से कंपनी 100 मेगावाट-घंटा बिजली जमा कर सकेगी। और यह BESS मार्केट के लिए बड़ा कदम माना जा रहा है और इससे बिजली ग्रिड को स्थिर रखने में मदद मिलेगी।
ACME Solar VS Oriana Power: कौन आगे?
यदि हम पिछले एक साल के रिटर्न के आधार पर देखे तो, एक्मे सोलर होल्डिंग्स ने पिछले एक साल में निवेशकों को करीब 16% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है। वहीं ओरियाना पावर ने 4% का निगेटिव रिटर्न दिया है। एक साल के रिटर्न के मामले में एक्मे सोलर होल्डिंग्स आगे है। लेकिन हाल के प्रोजेक्ट के मामले में ओरियाना पावर आगे नजर आती है। लेकिन निवेशकों की नजर से देखें तो ओरियाना पावर का ROE और ROCE एक्मे सोलर होल्डिंग्स के मुकाबले ज्यादा मजबूत है। यानी ओरियाना पावर, एक्मे सोलर होल्डिंग्स से अच्छा रिटर्न देने की क्षमता रखता है।
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अंतिम बात:
रिन्यूएबल एनर्जी का भविष्य बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (BESS) के क्षमता पर निर्भर करता है। जितनी ज्यादा स्टोरेज कैपेसिटी वो देश एनर्जी के मामले में उतना ही मजबूत होता है। BESS मार्केट भारत में रिन्यूएबल एनर्जी का भविष्य तय कर रहा है, और इसमें दोनों ही कंपनियां अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कर रही हैं। निवेशकों को अब खुद यह तय करना होगा कि, वो बेहतर रिटर्न की तलाश में ACME चुनें या ग्रोथ और टेक्नोलॉजी फोकस के लिए Oriana Power।
डिस्क्लेमर: यह लेख GreenEnergyShare.in पर निवेशकों को जानकारी देने के लिए है। ACME Solar Holdings और Oriana Power share में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें। शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है।