3 जून 2025 | GreenEnergyShare.in विशेष रिपोर्ट: अपने IPO के बाद निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न देने वाली ग्रीन एनर्जी कंपनी IREDA (इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड) के शेयरों में सोमवार, 2 जून को गिरावट देखने को मिली, यह गिरावट IREDA share में इसलिए देखी गई, क्योंकि कंपनी के करोड़ों शेयरों का लॉक-इन पीरियड कल 2 जून 2025 को समाप्त हो गया। जिससे जिन शेयरों को बेचने पर पाबंदी लगी थी वो अब हट चुकी है और अब ये शेयर खुले बाजार में ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हो चुके हैं।
Green Energy Share news के इस स्पेशल रिपोर्ट में हम विस्तार से समझेंगे कि ये गिरावट क्यों आई, शेयरों का लॉक-इन पीरियड खत्म होने का क्या असर पड़ सकता है, कंपनी की वित्तीय स्थिति कैसी है, और IREDA Share के निवेशकों को आगे क्या रणनीति अपनानी चाहिए।
क्या हुआ है IREDA Share के साथ?
Nuvama Alternative & Quantitative Research की एक रिपोर्ट कल सामने आई। उस रिपोर्ट के अनुसार, IREDA के लगभग 53.8 करोड़ शेयरों का लॉक-इन पीरियड कल यानी सोमवार, 2 जून 2025 को समाप्त हो गया। IREDA Share का लॉक-इन पीरियड खत्म होने से कल से ये शेयर अब शेयर बाजार में खरीदे-बेचे जा सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, ये जो लॉक-इन पीरियड में फंसे IREDA Share कंपनी की कुल इक्विटी का लगभग 20% हिस्सा हैं।
हालांकि, इससे इतना घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इसका मतलब ये नहीं होता है कि, सभी शेयर एक साथ बेच दिए जाएंगे। ये सिर्फ ‘ट्रेडिंग के लिए यानी बेचने के लिए पात्र’ हुए हैं, यानी इन शेयरों के जो मालिक वो अब उनके पास के इस शेयरों कोचाहे तो बेच सकते है याफिर होल्ड करके भी रख सकते हैं— इसलिए यह खबर अच्छी होने के साथ साथ बुरी भी है। यानी यदि इन शेयरों के मालिक प्रॉफिट बुकिंग के लिए यदि शेयरों का बड़ा हिस्सा बेचने के लिए निकालते हैं तो, फिर इरेडा शेयर में संभावित बड़ी सेलिंग आएगी जिससे से इरेडा शेयर की कीमत पर दबाव बनना स्वाभाविक है।
इरेडा शेयर में गिरावट के संकेत
इस खबर के आने से पहले ही इरेडा शेयर में गिरावट देखने को मिली। सोमवार को IREDA Share 0.6% की गिरावट के साथ ₹173.7 पर बंद हुआ। और इससे पिछले कारोबारी दिन यानी शुक्रवार (30 मई) को भी IREDA Share में 1% की गिरावट देखी गई थी। संभवतः स्टॉक में यह गिरावट इसी आशंका के चलते आई थी। और आज मंगलवार, 3 जून 2025 को भी गिरावट आने की संभावना है।

बता दें कि, इरेडा शेयर 2025 की शुरुआत से अब तक करीब 25% से अधिक गिर चुका है। हालांकि, यदि हम IPO प्राइस की तुलना करें, जो शेयर का IPO प्राइस ₹32 प्रति शेयर था, तो अभी भी शेयर अपने लिस्टिंग प्राइस से 5 गुना अधिक मूल्य पर ट्रेड कर रहा है।
गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही IREDA के शेयर ने ₹310 का रिकॉर्ड हाई छुआ था, जहां से अब यह लगभग 50% गिर चुका है। अब यदि इन शेयरों की बड़ी संख्या में सेलिंग के लिए बाजार में आते हैं तो यह गिरावट और बढ़ सकती है।
लॉक-इन पीरियड क्या होता है?
लॉक-इन पीरियड वो समय अवधि होता है, जब कोई कंपनी अपना IPO लाती है, तब कंपनी अपने प्रमोटर्स, एंकर इन्वेस्टर्स, कर्मचारियों और अन्य प्राथमिक निवेशकों के शेयरों को एक निश्चित अवधि तक बेचने की अनुमति नहीं देती हैं, जब ये अवधी समाप्त होता है शेयरों के मालिक इन्हें चाहे तो बेच सकते हैं— इसे ही लॉक-इन पीरियड कहते हैं।
IREDA Share के मामले में यह लॉक-इन पीरियड 6 महीने और उससे ज्यादा का था। जो अब कल खत्म हुआ है, जिससे 53.8 करोड़ शेयर अब खुले बाजार में बिक्री के लिए पात्र हो गए हैं।
कंपनी की वित्तीय स्थिति कैसी है?
IREDA Limited का बिज़नेस ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स को फाइनेंस करने में केंद्रित है, और यह सरकार की “न्यू इंडिया ग्रीन इनिशिएटिव्स” का अहम हिस्सा है। मार्च 2025 की तिमाही में कंपनी ने मजबूत प्रदर्शन दिखाया:
कंपनी के Assets Under Management (AUM) में लगभग 28% की सालाना वृद्धि हुई है। वहीं इरेडा शेयर के Net Interest Income (NII) में भी 57% की जबरदस्त ग्रोथ दर्ज हुई है। वहीं नेट प्रॉफिट की बात करें तो, यह भी सालाना आधार YoY पर 49% बढ़ा है। इरेडा के Asset Quality में भी दिसंबर तिमाही के मुकाबले इस चौथी तिमाही Q4 FY25 सुधार हुआ है। कंपनी का ऑपरेटिंग मार्जिन FY25 में औसतन 3.27% पर रहा।
IREDA Limited के वित्तीय हालात से जुड़े ये आंकड़े बताते हैं कि, इरेडा की वित्तीय स्थिति मजबूत बनी हुई है। इसलिए यदि इरेडा शेयर में आने वाली यह गिरावट तत्कालीन गिरावट साबित हो सकती है। क्योंकि ये गिरावट फंडामेंटल कमजोरी नहीं, बल्कि तकनीकी कारणों से है।
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बाजार में इस खबर का क्या असर हुआ?
जब इतने बड़े पैमाने पर शेयर एक साथ ट्रेंडिंग के लिए उपलब्ध हो जाना इरेडा शेयर में हलचल मचा सकते है जिससे शेयरों में दबाव बढ़ने से इरेडा शेयर प्राइस में गिरावट देखने को मिल सकती है। मतलब यदि सप्लाई बढ़ेगी और डिमांड कम रहेंगी, तो प्राइस नीचे आ सकता है।
हालांकि, यह ध्यान देने वाली बात है कि अभी तक किसी प्रमोटर या एंकर इन्वेस्टर ने सार्वजनिक रूप से इरेडा शेयर को बेचने की घोषणा नहीं की है। इसके बावजूद, मनोवैज्ञानिक रूप से बाजार पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
शॉर्ट टर्म निवेशक: अगर आप शॉर्ट टर्म निवेशक हैं तो यह समय आपके लिए अच्छा संकेत नहीं है। शेयरों में गिरावट आने से आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
लॉन्ग टर्म निवेशक: यदि आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं और यदि आपने ऊंचे दाम के चलते इरेडा शेयर खरीदने से चूक गए थे और अब आप खरीदना चाहते भी थे तो, दाम ज्यादा होने के कारण आप इसके सस्ते होने की राह देख रहे थे तो, आप तैयार हो जाए, क्युकी यदि स्टॉक सेल के बाजार में आते हैं तो, यह आपको सस्ते में मिल सकते है। जिससे आप लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न बना सकते हैं। इरेडा स्टॉक फंडामेंटली मजबूत हैं, इसलिए लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह गिरावट खरीदारी का मौका भी हो सकता है।
IPO निवेशक: वही यदि आपने IPO में निवेश किया था, तो यह समय मुनाफा बुक करने का हो सकता है, लेकिन एकदम से बाहर निकलने की जगह आंशिक मुनाफावसूली एक बेहतर रणनीति हो सकती है।
क्या IREDA में फिर से तेजी आएगी?
इसका उत्तर हां’ हो सकता है,
बशर्ते निवेशक धैर्य रखें और कंपनी की अगली तिमाही रिपोर्ट्स को देखें। यदि कंपनी की ग्रोथ जारी रहती है, और ग्रीन एनर्जी सेक्टर को सरकार से और समर्थन पहले जैसा ही बना रहता है और यदि सरकार डोनाल्ड ट्रंप जैसे बेवकूफी भरे कदम नहीं उठाएंगी तो, इरेडा शेयर में फिर से मजबूती देखी जा सकती है।
जब किसी स्टॉक में ऐसे खबर से गिरावट आती हैं, तो मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में निवेश करना हमेशा एक अच्छा मौका होता है। IREDA के मामले में भी, यह एक अस्थायी करेक्शन हो सकता है, जो आगे चलकर मजबूत रिटर्न का अवसर बन सकता है।
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सोर्स: CNBC TV18, Money Control