India Ratings Adani Green Energy: भारत की सबसे विश्वसनीय और भरोसेमंद अग्रणी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी, इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (Ind-Ra) ने अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy) को एक बड़ी राहत दी है। एजेंसी ने कंपनी की दीर्घकालिक रेटिंग को एक बार फिर से ‘IND AA-’ पर बरकरार रखा है और इसका नजरिया ‘स्थिर’ बताया है।
एक्सपर्ट के मुताबिक, यह कदम कंपनी के मजबूत परिचालन प्रदर्शन को दर्शाता हैं। साथ ही कंपनी के बेहतर वित्तीय स्थिरता को और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में कंपनी की बढ़ती वृद्धि की संभावनाओं को दर्शाता है। एक्सपर्ट ने यह भी कहा कि, इंडिया रेटिंग्स द्वारा अदानी ग्रीन एनर्जी को “IND AA-” रेटिंग को बरकरार रखना, कंपनी के साथ साथ निवेशकों के लिए अच्छा संकेत है। इससे Adani Green Energy पर निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। जिसका असर कंपनी के शेयरों पर भी देखने को मिला। बता दें कि, 5 मई को NSE पर Adani Green का शेयर 6.68% बढ़कर ₹965.70 पर बंद हुआ।
Adani Green Energy का बिजनेस क्यों है मजबूत?
इंडिया रेटिंग्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि, Adani Green Energy Rating को बरकरार रखने का निर्णय AGEL के लगातार मजबूत होते परिचालन प्रदर्शन, कंपनी की वार्षिक ऊर्जा क्षमता में वृद्धि तथा तेजी और कंपनी के बेहतर नकदी प्रवाह के चलते लिया गया है। बता दें कि, कंपनी ने पिछले कुछ सालों में अपनी ग्रीन एनर्जी की क्षमता को लगातार बढ़ाया है। FY24 में कंपनी ने अपनी ग्रीन एनर्जी की क्षमता को 10.9 GW तक बढ़ाया है। जो FY23 में 8.1 GW थी और FY22 में महज 5.4 GW थी।
बता दें कि, अदानी ग्रीन एनर्जी कंपनी की ऊर्जा का एक बहुत बड़ा हिस्सा (68%) Solar Energy से आता है और वहीं wind और Hybrid से 32% आता है। कंपनी पूरी तरह से ग्रीन एनर्जी ऊर्जा पर फोकस करती है।
Adani Green Energy अपने कुल ऊर्जा सप्लाई की 72% बिजली सप्लाई सरकारी कंपनियों को करती है। जिनमें NTPC और सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) जैसी उच्च क्रेडिट रेटिंग वाली कम्पनियां प्रमुख है। बता दें कि, सरकारी कंपनियों को बिजली सप्लाई करने से कंपनी की रिस्क काफी हद तक कम हो जाती है। इंडिया रेटिंग्स द्वारा अदानी ग्रीन एनर्जी को “IND AA-” रेटिंग को बरकरार रखने के पीछे की एक वजह यह भी है।

Adani Green Energy ने कैसे संभाला फाइनेंस?
Adani Green Energy ने अपने कर्ज चुकाने के लिए अच्छा वित्तीय प्रबंधन किया। AGEL ने 750 मिलियन डॉलर के कर्ज की समय पर चुकौती के लिए फंड जुटाया है। जिससे कंपनी के वित्तीय प्रबंधन पर अच्छा असर हुआ और कंपनी का कर्ज अनुपात घटकर अब 5.5 से 6.5 गुना रह गया है, जो पहले 9 गुना तक चला गया था।
अच्छे वित्तीय प्रबंधन के पीछे की वजह Total Energies SE जैसी बड़ी कंपनी के साथ पार्टनरशिप करना और प्रमोटर्स की ओर से फंडिंग ने कंपनी की आर्थिक स्थिति को और मजबूत किया है। जिससे Adani Green Energy को समय पर अपना बकाया चुकाने में मदद मिली।
अदानी ग्रीन एनर्जी की भविष्य की प्लानिंग 50 GW है
Adani Green Energy की योजना है कि वह हर साल 4-5 GW नई उर्जा क्षमता जोड़े, जिससे कंपनी को तेजी से आगे बढ़ने में मदद मिलेगी और कंपनी जल्द ही अपना 50 GW का लक्ष हासिल कर पाएगी। हाल ही में कंपनी ने उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के साथ 400 मेगावॉट की सोलर बिजली सप्लाई का समझौता भी किया है।
इसके अलावा, अदानी ग्रीन एनर्जी ने 2030 तक अपनी Renewable energy क्षमता को 45 GW से बढ़ाकर 50 GW करने का लक्ष्य रखा है, जो भारत के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों के अनुरूप है।
बाजार और निवेशकों का Adani Green Energy पर सकारात्मक रुख
इंडिया रेटिंग्स द्वारा अदानी ग्रीन एनर्जी की “IND AA-रेटिंग की पुष्टि करने के बाद। बाजार में AGEL के शेयरों में अच्छी तेजी देखी गई है। हालांकि इस तेजी के पीछे की वजह कंपनी पर अमेरिका में लगे भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर कंपनी के प्रबंधन स्टाफ का ट्रंप प्रशासन से सीधी बातचीत करना और उत्तर प्रदेश सरकार के 400 mv बिजली आपूर्ति भी है।
5 मई 2025 को, कंपनी का शेयर मूल्य NSE पर 6.68% से बढ़कर 965.70 रुपये पर बंद हुआ। निवेशकों और विश्लेषकों ने इस रेटिंग को सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ स्वागत किया है, क्योंकि यह कंपनी की वित्तीय अनुशासन और परिचालन दक्षता को दर्शाता है। जो काफी अच्छा संकेत माना जाता है।
रिस्क और चुनौतियां
कम्पनी के तिमाही नतीजे, वित्तीय प्रबंधन और ऊर्जा क्षमता का विस्तार कंपनी की दमदार ग्रोथ को दर्शाते है, लेकिन फिर भी कुछ चुनौतियां हैं:
- Adani Green Energy पर अभी भी कर्ज का बोझ ज्यादा है, जो वर्तमान में 6.37 के उच्च ऋण अनुपात पर है। (Debt Ratio: 6.37)
- भविष्य की बढ़ती आवश्यकता और लाभ को देखते हुए ग्रीन एनर्जी सेक्टर में कंपटीशन बढ़ता जा रहा है।
- Renewable energy को लेकर वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं और सौर पैनल की कीमतों में उतार-चढ़ाव प्रॉफिट मार्जिन पर दबाव डाल सकते हैं।
Adani Green Energy में निवेश का समय?
India Ratings की ‘IND AA-’ रेटिंग और स्टेबल आउटलुक से साफ है कि कंपनी फाइनेंशियली स्ट्रॉन्ग है। इसका प्रदर्शन और प्लानिंग दोनों ही इसे निवेश के लिए एक भरोसेमंद ऑप्शन बनाते हैं। यदी आप लॉन्ग टर्म नजरिया रख कर निवेश करना चाहते हैं तो, कंपनी अच्छी है। इंडिया रेटिंग्स द्वारा अदानी ग्रीन एनर्जी की “IND AA-रेटिंग बरकरार रखना निवेशकों के लिए अच्छा संकेत है।
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इंडिया रेटिंग्स से आप क्या समझते हैं?
क्रेडिट रेटिंग एक स्कोर या किसी संस्था या व्यक्ति के फाइनेंस की स्थिति का मूल्यांकन होता है। जो किसी कंपनी, सरकार या फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन की कर्ज चुकाने की क्षमता को दर्शाता है। इसे अलग-अलग क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां जैसे कि India Ratings, CRISIL, ICRA, Moody’s, S&P आदि जारी करती हैं। क्रेडिट रेटिंग से निवेशकों को यह समझने में मदद मिलती है कि, किसी कंपनी या संस्था में पैसा लगाना कितना सुरक्षित है।
निष्कर्ष
इंडिया रेटिंग्स द्वारा अदानी ग्रीन एनर्जी को ‘IND AA-’ रेटिंग देना और कंपनी के स्थिर दृष्टिकोण की पुष्टि करना। कंपनी की भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी और मजबूत स्थिति को रेखांकित करता है। कंपनी का मजबूत परिचालन प्रदर्शन, रणनीतिक वित्तीय प्रबंधन और महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाएं इसे निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बनाती हैं। जो लंबे समय में बेहतर रिटर्न की अपेक्षा रखते हैं। जैसे-जैसे भारत स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ रहा है, AGEL या adani green energy इस परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सूचना के उद्देश्य से है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। निवेश से पहले योग्य वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।